उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने X (पूर्व में ट्विटर) पर हिंदी में लिखा,
“आधुनिक भारत के शिल्पकार, किसान हितैषी, ‘भारत रत्न’ सरदार वल्लभभाई पटेल जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि!
राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता को स्वरूप देने में उनके योगदान हमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ बनाने की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देते रहेंगे।”
सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान
- सरदार पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री थे।
- उनका निधन 15 दिसंबर 1950 को हुआ था।
- गुजरात के नडियाद में 1875 में जन्मे पटेल स्वतंत्रता संग्राम में एक अहम नेता थे।
- वे अपनी अद्भुत नेतृत्व क्षमता और देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्धता के लिए ‘लौह पुरुष’ के नाम से प्रसिद्ध हैं।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ पहल
- यह पहल केंद्र सरकार द्वारा सरदार पटेल की 140वीं जयंती (31 अक्टूबर 2015) के अवसर पर शुरू की गई थी।
- इसका उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच नागरिकों की परस्पर बातचीत को बढ़ावा देना और आपसी समझ को मजबूत करना है।
सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी प्रेरणा और विचारधारा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण के लिए मार्गदर्शक हैं।
लेखक: Prince Yadav
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री ने X (पूर्व में ट्विटर) पर हिंदी में लिखा,
“आधुनिक भारत के शिल्पकार, किसान हितैषी, ‘भारत रत्न’ सरदार वल्लभभाई पटेल जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि!
राष्ट्र की एकता, अखंडता और संप्रभुता को स्वरूप देने में उनके योगदान हमें ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ बनाने की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देते रहेंगे।”
सरदार वल्लभभाई पटेल का योगदान
- सरदार पटेल स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री थे।
- उनका निधन 15 दिसंबर 1950 को हुआ था।
- गुजरात के नडियाद में 1875 में जन्मे पटेल स्वतंत्रता संग्राम में एक अहम नेता थे।
- वे अपनी अद्भुत नेतृत्व क्षमता और देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्धता के लिए ‘लौह पुरुष’ के नाम से प्रसिद्ध हैं।
‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ पहल
- यह पहल केंद्र सरकार द्वारा सरदार पटेल की 140वीं जयंती (31 अक्टूबर 2015) के अवसर पर शुरू की गई थी।
- इसका उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच नागरिकों की परस्पर बातचीत को बढ़ावा देना और आपसी समझ को मजबूत करना है।
सरदार पटेल के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी प्रेरणा और विचारधारा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण के लिए मार्गदर्शक है